धनतेरस से लेकर भैयादूज तक करने वाले प्रयोग :- पंडित कौशल पाण्डेय
धनतेरस से लेकर भैयादूज तक के पांच दिनों में जो भक्तजन माँ लक्ष्मी की पूजा आराधना करते हैं, ऐसे लोगों के ऊपर वर्ष भर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
इस शुभ योग पर करे निम्न उपाय एक ऐसा प्रयोग जो सभी लोग अपने घर और ऑफिस में इस प्रयोग को कर सकते है
* श्री यंत्र की स्थापना अपने घर में उत्तर पूर्व की दिशा में एक चौकी पर लाल रंग का आसान बिछा कर श्री यन्त्र को स्थापित करे कर के मां लक्ष्मी से अपने घर में स्थायी वास करने की प्रार्थना करें। इससे मां लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।
* दीपावली पर्व पांच पर्वों से मिलकर बना है- धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा तथा यम द्वितीया। पांचों दिन संध्या समय घर में कम से कम पांच दीपक (चार छोटे तथा एक बड़ा) अवश्य जलाएं। दीपक कभी सीधे भूमि पर न रखें, उसके नीचे आसन अवश्य दें। जैसे पहले थोड़े खील या चावल रखें फिर उस पर दीपक रखें।
* नरक चतुर्दशी को संध्या समय घर की पश्चिमी दिशा में खुले स्थान पर अथवा छत के पश्चिम में 14 दीपक पूर्वजों के नाम से जलाएं। उनके आशीर्वाद से समृद्धि प्राप्त होगी।
*आर्थिक स्थिति में उन्नति के लिए दीपावली की रात सिंह लग्न में श्रीसूक्त का पाठ करें। सिंह लग्न मध्य रात्रि में में 12 बजे के बाद होता है।
उस समय लाल वस्त्र धारण कर लाल आसन पर बैठ कर विष्णु-लक्ष्मी की तस्वीर के सामने शुद्ध घी का बड़ा दीपक जलाएं।
श्रीसूक्त का 11 बार पाठ करें। फिर हवन कुंड में अग्नि प्रज्वलित करें और श्रीसूक्त की प्रत्येक ऋचा के साथ कमल गट्टे से आहुति दे।
इसके बाद प्रत्येक शुक्ल पक्ष की पंचमी को श्रीसूक्त से हवन करें।
* माँ लक्ष्मी विष्णुप्रिया हैं दीपावली पूजन के समय श्री गणेश-लक्ष्मी के साथ विष्णु भगवान जी की स्थापना करे । लक्ष्मी जी की दाहिनी ओर विष्णु जी तथा बाईं ओर गणेश जी को रखना चाहिए।
*लक्ष्मी समुद्र से उत्पन्न हुई हैं और समुद्र से ही उत्पन्न दक्षिणावर्ती शंख, मोती शंख, कुबेर पात्र, गोमती चक्र आदि उनके सहोदर अर्थात् भाई-बंधु हैं। इनकी आपके घर में उपस्थित हो तो लक्ष्मी जी प्रसन्न होकर आती हैं। अतः दीपावली पूजन में इन वस्तुओं में से जो भी संभव हो, उसे घर में रखें, लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी।
* दीपावली की रात को पूजा के बाद श्रीसूक्त, लक्ष्मी सूक्त, पुरुष सूक्त आदि का पाठ कर सकते हैं,।
* लक्ष्मी पूजन करते समय 11 कौड़ियां गंगाजल से धोकर लक्ष्मी जी को चढ़ाएं और उनपर हल्दी कुमकुम लगाएं। अगले दिन इन्हें लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें, इससे आय में वृद्धि होगी।
* हल्दी से रंगे हुए कपड़े के एक टुकड़े में एक मुट्ठी नागकेसर, एक मुट्ठी गेहूं, हल्दी की एक गांठ, तांबे का एक सिक्का, एक मुट्ठी साबुत नमक और तांबे की छोटी सी चरण पादुकाएं बांधकर रसोई घर में टांग दें। यह एक चमत्कारी उपाय है। इससे मां लक्ष्मी जी के साथ मां अन्नपूर्णा की कृपा प्राप्त होती है तथा पारिवारिक कलह भी दूर होता है।
*दीपावली की रात पूजा के बाद घर के प्रत्येक कमरे में शंख बजाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
* दीपावली के दिन एक नई झाडू खरीद लाएं। पूजा से पहले उससे थोड़ी सी सफाई करें। फिर उसे एक तरफ रख दें। अगले दिन से उसका प्रयोग करें, दरिद्रता दूर भागेगी, लक्ष्मी का आगमन होगा।
* लक्ष्मी जी को घर में बनी खीर का भोग लगाएं, इसके बाद प्रत्येक पूर्णिमा को ऐसा करे ।
आशा है की ऐसे सरल उपाय करने से वर्ष भर माँ लक्ष्मि की कृपा बनी रहेगी
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