श्री गणेश चतुर्थी

श्री गणेश चतुर्थी :-ज्योतिषाचार्य आलोक गुप्ता 

भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्मोत्सव हर साल मनाया जाता है। साल 2022 में  गणेश चतुर्थी  31 अगस्त, 2022, बुधवार को है। भाद्र मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी इस वर्ष शुक्रवार के दिन चित्रा नक्षत्र, ब्रह्म योग, वणिज करण व तुला राशि के चंद्रमा में होने जा रहा है। वणिज करण की स्वामिनी माता लक्ष्मी स्वयं हैं। ऐसे में इस संयोग में अबकी साल गणपतिजी के साथ देवी लक्ष्मी का आगमन भी आपके घर में होगा इसलिए अबकी साल गणपति पूजन करने वालों को गणनायक की पूजा से देवी लक्ष्मी की कृपा भी साथ-साथ मिलेगी।

गणेश चतुर्थी 2022 शुभ मुहूर्त
10 दिवसीय गणेश उत्सव
गणेश महोत्सव आरंभ- 31 अगस्त, 2022, बुधवार
गणेश महोत्सव समापन (अनंत चतुदर्शी) - 9 सितंबर, 2022
गणेश विसर्जन- 9 सितंबर 2022, शुक्रवार


इस अवसर पर भगवान गणेश अबकी साल कई शुभ संयोग भी साथ में लेकर आ रहे हैं। ऐसे शुभ संयोग में गणपति पूजन करना सभी भक्तों के लिए अति मंगलकारी होगा।

पूजा के समय “ॐ गं गणपतये नमः ” मंत्र का जप करते हुए गणपतिजी को जल, फूल, अक्षत, चंदन और धूप-दीप एवं फल नैवेद्य अर्पित करें। प्रसाद के रूप में गणेशजी को उनके अति प्रिय मोदक का भोग जरूर लगाएं।

तब चतुर्थी चित्रा नक्षत्र से शुरू हुई थी, इस बार भी चित्रा नक्षत्र से प्रारंभ हो रही है। ये पर्व सभी राशियों के लिए शुभ है गणेश चतुर्थी पर्व मनाया जाएगा। 

इस दिन चंद्र कन्या राशि में बुध के साथ रहेगा और सूर्य सिंह राशि में , शनि मकर राशि में , शुक्र कर्क में और गुरु अपनी मीन राशि में रहेंगे। 
जब 4 ग्रह अपनी स्वराशि या उच्च राशि में हो तो समय अनुकूल रहता है 

ज्योतिष शास्त्र में बुध को वाणी, वाणिज्य, व्यापार, लेखन, कानून और केतु को मोक्ष आदि का कारक माना गया है. इन ग्रहों के अशुभ होने पर धन, व्यापार, करियर और शिक्षा आदि के क्षेत्र में दिक्कतों को का सामना करना पड़ता है।।पाँच लड्डू का प्रसाद चढाये, या मोदक चढाये

संकष्टी चतुर्थी पर गणेश जी की पूजा करने से पाप ग्रह केतु और बुध ग्रह की अशुभता भी दूर होती है. 

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