*🕉भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग बताए गये हैं उनके नाम और स्थान*🕉
*1.सोमनाथ ज्योतिर्लिंग:*
सोमनाथ मन्दिर गुजरात के (सौराष्ट्र) प्रांत के काठियावाड़ क्षेत्र के अन्तर्गत प्रभास में विराजमान हैं।
*2. मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग:*
आन्ध्र प्रदेश के कृष्णा ज़िले में कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैल पर्वत पर श्रीमल्लिकार्जुन विराजमान हैं।
*3. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग:*
महाकाल या ‘महाकालेश्वर’ के नाम से प्रसिद्ध है। यह स्थान मध्य प्रदेश के उज्जैन में है, जिसे प्राचीन साहित्य में अवन्तिका पुरी के नाम से भी जाना जाता है।
*4.ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग:*
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के साथ ही ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग भी है। इन दोनों शिवलिंगों की गणना एक ही ज्योतिर्लिंग में की गई है। ओंकारेश्वर स्थान भी मालवा क्षेत्र में ही पड़ता है।
*5. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग:*
यह ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड़ राज्य में हिमालय की चोटी पर विराजमान श्री ‘केदारनाथ’ जी का है।
*6.भीमशंकर ज्योतिर्लिंग:*
इस ज्योतिर्लिंग का नाम ‘भीमशंकर’ है, जो डाकिनी पर अवस्थित है। यह स्थान महाराष्ट्र में मुम्बई से पूर्व तथा पूना से उत्तर की ओर स्थित है, जो भीमा नदी के किनारे सहयाद्रि पर्वत पर हैं।
*7. विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग* उत्तर प्रदेश के काशी में विराजमान ‘विश्वनाथ’ को सप्तम ज्योतिर्लिंग कहा गया है। कहते हैं, काशी तीनों लोकों में न्यारी नगरी है, जो भगवान शिव के त्रिशूल पर विराजती है।
*8. त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग:*
यह महाराष्ट्र के नासिक ज़िले में पंचवटी से लगभग अठारह मील की दूरी पर है। यह मन्दिर ब्रह्मगिरि के पास गोदावरी नदी कें किनारे स्थित है। इसे त्र्यम्बकेश्वर शिव मन्दिर भी कहते है।
*9.वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग:*
यह स्थान झारखण्ड प्रान्त के संथाल परगना में जसीडीह रेलवे स्टेशन के समीप में है। पुराणों में इस जगह को चिताभूमि कहा गया है। भगवान श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का मन्दिर जिस स्थान पर अवस्थित है, उसे ‘वैद्यनाथधाम’ कहा जाता है।
*10.नागेश्वर ज्योतिर्लिंग:*
नागेश नामक ज्योतिर्लिंग जो गुजरात के बड़ौदा क्षेत्र में गोमती द्वारका के समीप है। नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात राज्य के द्वारकापुरी से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है।
*11. रामेश्वर ज्योतिर्लिंग:* रामेश्वरतीर्थ को ही सेतुबन्ध तीर्थ कहा जाता है। यह स्थान तमिलनाडु के रामनाथम जिलें में स्थित है। यहां समुद्र के किनारे भगवान रामेश्वरम का विशाल मन्दिर शोभित है। यह हिंदुओं के चार धामों में से एक धाम है।
*12.घृश्णेश्वर ज्योतिर्लिंग:* यह स्थान महाराष्ट्र क्षेत्र के अन्तर्गत दौलताबाद से लगभग अठारह किलोमीटर दूर ‘बेरूलठ गांव के पास है। इस स्थान को ‘शिवालय’ भी कहा जाता है। घृश्णेश्वर को लोग घुश्मेश्वर और घृष्णेश्वर भी कहते हैं।
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