#प्यासे_परिंदे :-पंडित कौशल पाण्डेय

#प्यासे_परिंदे :-पंडित कौशल पाण्डेय

गर्मी का मौसम आ गया है आप सभी देशवासियों से प्रार्थना है की इस समय पशु-पक्षियों के लिए भोजन व जल की व्यवस्था अवश्य करें।

इस समय देश के कई हिस्सों में गर्मी का प्रकोप प्रारम्भ हो गया है . इस गर्मी से सिर्फ़ इंसान ही नहीं बल्कि पशु-पक्षी भी परेशान होने लग जाते हैं.
यदि एक छोटी-सी कोशिश करें, थोड़ी-सी मानवता दिखाएं और अपने घर-ऑफ़िस में आने वाले पक्षियों के लिए पानी और उनके चारा का प्रबन्ध करें, तो गर्मी के कारण होने वाली पक्षियों की मौत में काफ़ी कमी आ सकती है.
मै अपने सभी मित्रों के माध्यम से एक प्रार्थना करता हूँ की वो पशु पक्षियों के लिए रोज़ दाना पानी रख कर उनकी जान बचाएं.
ईश्वर सभी जीवों को भोजन पानी की व्यस्था पहले से ही कर के उन्हें जीवन देते है परन्तु शहरों में तेज धुप और गर्मी का प्रकोप इन्शान के साथ इन जीव जंतुओं को भी विचलित कर देता है यह जीव किसी से कुछ कह भी नहीं सकते की उन्हें भूख प्यास लगी है अतः हमारा थोड़ा सा प्रयास इन प्यासे परिंदों की प्यास अवश्य बुझा सकता है।
सभी मानव समाज पशु-पक्षियों की अपने सामर्थ्य के अनुसार सेवा कर ही सकता है.
पक्षियों को गर्मी से बचाने के लिए घरों की छतों पर मिट्टी के बर्तन में रखें पानी
आप सभी अपने आसपास पार्कों में घर के छत पर चिडियों के लिए पीने का पानी मिटटी के बर्तन में अवश्य रखे।
एक मिट्टी के बर्तन में पानी और एक प्लेट में चारा इस गर्मी में चिड़ियों को दें थोड़ी सी छांव और प्यार

अपने घर की बालकनी और आंगन में आप पक्षियों के लिए पानी रख सकते हैं.
ध्यान रहे कि प्लास्टिक या स्टील के बर्तन में पानी न रखें. धूप में इन बर्तनों का पानी बहुत गर्म हो जाता है.
मिट्टी के बर्तन में पानी रखना सबसे अच्छा होता है.
इन बर्तनों की नियमित सफ़ाई करते रहें,
ताकि पक्षी रोगों से दूर रहें.
जिस इन्शान के ऊपर कर्ज है वो अपनी नाम राशि के अनुसार पदार्थ ले उसे एक मिटटी के बर्तन में रात को भिगोकर सिरहाने रखे और अगले दिन उसे कबूतरों को खिलाये।
गाय को चारा खिलाना :- कई लोग भोजन बनाते समय पहली रोटी गाय के लिए निकालते है और एक रोटी गाय को खिला देते है अपना तो भर पेट भोजन कर लिए और गऊ माता को सिर्फ एक रोटी किसी भी जीव को जब भी भोजन कराओ भरपेट कराओ इससे अच्छा तो कराओ ही न इसलिए गाय को रोटी के साथ हरा चारा या भूस डाले जिससे उसकी भूख मिट सके और आप को उसका पूर्ण फल मिले।
घर में अगर अगर बरक्कत नहीं हो रही है तो करे यह उपाय :-
सवा किलो आंटा ले उसमे घी मिलाकर कड़ाही में भून ले इसके बाद जब वो ठंडा हो जाये तो उसमे लाल शक्कर मिलाये और परिवार के जितने सदस्य है उन सभी का हाँथ लगवाकर उसे किसी जार में रख दे और और परिवार का कोई भी सदस्य रोज 41 तक उस जार से थोड़ा थड़ा आंटा चीटिंयों को खिलाये ऐसा करने अवश्य धन धान्य की वृद्धि होगी।
जिनकी कुंडली में शनि की दशा या शनि की साढ़ेसात्ति चल रही है ऐसे लोग कौवे या कुत्ते को रोटी में सरसों का तेल लगाकर हर शनिवार को खिलाये प्रसिद्धि पाने के लिए मछलियों को और कछुये को चारा डाले , कोई भी उपाय करे उसे लगातार करे घर का कोई भी सदस्य किसी के भी निमित्त उपाय कर सकता है काम से काम 40 या 41 दिन दान करने से सिर्फ एक पीढ़ी का नहीं बल्कि सात पीढिय़ों तक का कल्याण होता है।
प्यासे को पानी पिलाने का फल
सकाम कर्म ऐसे कर्म हैं जिनके फल अवश्य प्राप्त होते हैं। सकाम कर्म अच्छे भी हो सकते हैं और बुरे भी। इनमें से कुछ कर्म तुरन्त फल देने वाले होते हैं, कुछ कर्म बाद में फल देते हैं। बाद में फल देने वाले कर्म, संचित कर्म कहलाते हैं। फल प्राप्ति की आशा से किये गए कर्म ही सकाम कर्म हैं।
कई भाई बहन कहते है हम तो रोज ही उपाय करते है लेकिन कुछ अच्छा नहीं हो रहा है ऐसे लोगो से कहना चाहुगा की जब आपको प्यास लगती है तब आप पानी पी कर अपनी प्यास बुझाते है वैसे ही आपने पानी पिया, आपकी प्यास बुझ गयी। इसमें पानी पीने का कर्म आपने किया और इस कर्म का फल (प्यास बुझाने के रूप में) आपको तुरंत मिल गया।
अगर आप किसी दूसरे प्यासे व्यक्ति या परिंदे को पानी पिलाते है तो आप जानते हैं कि किसी प्यासे व्यक्ति को पानी पिलाने से अच्छा फल मिलता है। आपने एक प्यासे व्यक्ति या परिंदे को पानी पिलाया। इससे आपको तुरंत कुछ लाभ नहीं मिला। आपका यह कर्म संचित कर्म बन गया और इसका फल आपको भविष्य में मिलेगा।
जब कोई व्यक्ति कर्म करता है मान लीजिये छाया का लाभ लेने और आम का फल खाने के उद्देश्य से एक आम का पौधा लगाता है। पौधारोपण के कई वर्ष बाद यह पौधा बड़ा पेड़ होकर फल देने लायक होगा। वह व्यक्ति इसकी देख-भाल करता रहा किन्तु दुर्भाग्यवश पेड़ पर आम लगने से पूर्व ही उसकी मृत्यु हो गयी। उस व्यक्ति को पौधा लगाने और उसकी देख-भाल करने में किये गए कर्मों का फल जीवित रहते प्राप्त नहीं हुआ। उस व्यक्ति के ऐसे कर्म संचित कर्म बन जाएंगे और इसका फल उसे अगले जन्म में बिना कर्म किये मिलेगा। ऐसे फलों का मिलना उसका भाग्य होगा।
इसलिए कर्म करते रहिये फल की चिंता न करे आज नहीं तो कल अवश्य इन नेक कार्यों का फल मिलता है
आशा है की आप सब मेरे इस उपाय से अवश्य लाभ प्राप्त करेंगे अधिक जानकारी या कोई भी सुझाव के लिए संपर्क कर सकते है
पंडित कौशल पाण्डेय 9968550003

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