होली पर करे विशेष उपाय :- पंडित कौशल पाण्डेय 09968550003
जिस दिन होलिका दहन किया जाता है वह रात्रि तंत्र शास्त्र में एक सिद्धिदायक रात्रि के रूप में मानी जाती है ,आज के इस व्यस्त समय में मानव समाज छोटे छोटे उपाय कर के प्रसिद्धि पाना चाहता है ऐसे लोगों के लिए होली का पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण है , इस लेख के माध्यम से मै पंडित कौशल पाण्डेय समस्त मानव जीवन को लाभ देने के उद्देस्य से कुछ अनुभूत प्रयोग यहाँ लिख रहा हु आशा है की उन्हें श्रद्धा विश्वाश के साथ करने से अवश्य कल्याण होगा।
1 श्री हनुमान जी इस कलियुग में चिरजीवी के रूप में विराजमान है और सभी फल देने में सक्षम भी है जो लोग श्री हनुमान जी का नियमित रूप से पूजा करते है उनके लिए एक सरल उपाय प्रस्तुत है।
यह प्रयोग होलीका दहन वाले दिन से प्रारम्भ करके प्रतिदिन श्री हनुमान जी को पांच लाल पुष्प चढ़ाएं और पांच साबुत लोंग चढ़ाये ऐसा लगातार 21 या 41 दिन करे आप की सोची हुई मनोकामना शीघ्र पूर्ण होगी।
2 कई लोग ऐसे होते है जिनका रोजगार तो है लेकिन ऐसा लगता है की रोज मेहनत करने के बाद भी निराशा ही हाँथ लगती है ऐसे लोग ये उपाय करे
होली की रात्रि में १ नीबू लेकर चौराहे पर जाएं और बीच चौराहे पर नीबू रखकर उसके चार टुकड़े कर के चौराहे के चारों कोनों में फेंक दें।
इसके बाद अपने सफल व्यापर की कामना कर के घर जाएं दुबारा पीछे मुड़कर न देखें यह सरल उपाय श्रद्धापूर्वक करें जल्द ही पुनः अच्छे दिन वापस आ जायेगे।
3 स्वास्थ लाभ के लिए सरल उपाय
आज के इस युग में स्वस्थ शरीर का होना बहुत ही मुस्किल है इसका कारन है लोग समय पर भोजन ग्रहण नहीं कर पते है और आज के समय में कोई भी खाद्य पदार्थ सुद्धा नहीं रह गया है हर चीज में मिलावट है शहरो में तो पिने के लिए पानी भी शुद्ध नहीं है इसलिए सर्व प्रथम अपने शरीर को निरोग रखने के लिए करे यह सफल प्रयोग।
होलीका हदन वाले दिन 100 ग्राम जौ के आटे में काले तिल एवं सरसों का तेल मिला कर लोई बनाये और उसे अपने ऊपर से सात बार उतारकर जलती हुई होलिका में डाल दे ऐसा करने से शरीर के संकट समाप्त होते है।
यह उपाय प्रत्येक शनिवार के दिन भी कर सकते है जैसे 100 ग्राम जौ के आटे में काले तिल एवं सरसों का तेल मिला कर लोई बनाये और उसे अपने ऊपर से सात बार उतारक भैंसे को खिलाये इससे शनिदेव प्रसन्न होते है और शरीर में कोई कस्ट नहीं होता है
4 होलीका दहन वाले दिन एकाक्षी नारियल यह दुर्लभ होता है अगर न मिल पाये तो सामान्य जल भरा नारियल की पूजा करके उसे लाल कपड़े में लपेट कर दूकान में या व्यापार स्थल पर उत्तर पूर्व दिशा में स्थापित करें, साथ ही वहां पर स्फटिक का शुद्ध श्रीयंत्र रखें और उस पर प्रतिदिन लाल पुष्प अर्पित करे यह उपाय श्रद्धा पूर्वक करें ऐसा करने से लगातार व्यापर में वृद्धि होगी।
5 धनहानि से बचाव के लिए सरल उपाय
मेरे पास कई लोग ऐसे प्रश्न करते है की मेरे पास सब कुछ है ईश्वर की दया से व्यापर भी ठीक है लेकिन घर में धन रुकता ही नहीं किसी न किसी बहाने खर्च ही हो जाता है ऐसे लोग यह उपाय करे अवश्य लाभ होगा।
होलीका दहन वाले दिन अपने घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़कें और उस पर शुद्द घी का २ मुखी दीपक जलाएं और स्थिर लक्ष्मी की कामना कर कर के ओम श्रीं ह्रीं नमः इस मंत्र का 21 बार जाप करे इससे धनहानि से बचाव होगा । ऐसा प्रयोग प्रत्येक पूर्णिमा को कर सकते है, यह क्रिया श्रद्धापूर्वक करें, धन हानि से बचाव होगा।
6 दुर्घटना से बचाव के लिए प्रयोग
होलिका दहन के समय पांच काली गुंजा लेकर जलती हुई होलीका की पांच परिक्रमा लगाकर उसे अंत में होलिका में डाल दे ऐसा करने से दुर्घटना से बचाव होगा, साथ ही उस दिन किसी भी प्रकार के नशे ने बचे कई लोग ये सोच लेते है उपाय तो कर दिया अब क्या होगा ऐसा नहीं है सावधानी से कार्य करे और नशे का आदि न बने वरना ईश्वर भी साथ नहीं देता है।
7 आत्मरक्षा हेतु उपाय
घर के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में देशी घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। होली की ग्यारह परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए। इससे सुख-समृद्धि बढ़ती है, कष्ट दूर होते हैं।
8 पति-पत्नि की आपसी संबंधों में मधुरता के लिए प्रयोग
होली के दिन या प्रत्येक पूर्णिमा को चांदी के पात्र में कच्चा दूध डाल कर चंद्रमा को इस मंत्र का जप करते हुए ओम चन्द्राय नमः बोलकर अर्घ्य दें, पति-पत्नि की आपसी संबंधों में मधुरता आएगी उस दिन दूध का सेवन न करे।
दूसरा उपाय प्रत्येक पूर्णिमा के दिन घर में खीर बनाये चन्द्रमा को भोग लगा खीर को प्रसाद के रूप में परिवार के साथ सभी ग्रहण करे ध्यान रहे कांच के बर्तन में खीर न खाए ऐसा करने से परिवार में एकता और प्रेम बढ़ता है।
आप के द्वारा किया गया या कराया गया कोई भी उपाय या प्रयोग किसी को कष्ट या हानि न पहुंचाएं अगर किसी को कस्ट या हानि के उद्देश्य से उपाय जो करता या करता है उसके साथ या उसके परिवार पर संकटों का बदल अवश्य आता है इसलिए तंत्र के सभी उपाय समस्त मानव जीवन के कल्याण के लिए ही करे।
पंडित कौशल पाण्डेय
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