हिन्दू नव वर्ष विक्रम संवत 2081

हमारा नव संवत्सर विक्रम संवत  2081
वर्ष 2024 अर्थात विक्रम संवत 2081, 
09 अप्रैल 2024 से प्रारंभ हो रहा हैं. 
हिन्दू नव वर्ष 2024 मंगलवार 09 अप्रैल को है, इसी दिन से प्रारंभ होने वाली चैत्र नवरात्रि 17 अप्रैल तक हैं, 



हिन्दू नववर्ष 2024 कब हैं?
हिन्दू नववर्ष 2024 अर्थात विक्रम संवत 2081, 09 अप्रैल 2024 से प्रारंभ हो रहा हैं. 
हिन्दू नव वर्ष 2024 मंगलवार 09 अप्रैल को है, इसी दिन से प्रारंभ होने वाली चैत्र नवरात्रि 17 अप्रैल तक हैं, 

परिचय बिंदु परिचय
वर्ष 2024
विक्रम संवत 2081

हिंदू नववर्ष विक्रम सम्वत 2081 
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि शुरू  8 अप्रैल 2024, रात 11.50
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि समाप्त  9 अप्रैल 2024, रात 08.30
चैत्र नवरात्रि घटस्थापना मुहूर्त    सुबह 06.02 -  सुबह 10.16
कलश स्थापना अभिजित मुहूर्त    सुबह 11.57 - दोपहर 12.48

भारतीय (हिन्दू) नववर्ष विक्रम सम्वत 2081 मंगलवार 9 अप्रैल 2024 से प्रारम्भ होने वाला है. आप सभी जानते ही है की विश्व का सबसे प्राचीन धर्म सनातन धर्म है, समस्त विश्व के सनातनी समाज का कर्तव्य बनता है की सनातन धर्म का परचम पुरे विश्व में लहराए। 

चैत्र-मासि जगद् ब्रह्मा ससर्ज प्रथमेहनि । 
शुक्लपक्षे समग्रे तु तदा सूर्योदये सति ।।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि के सूर्योदय के समय से नवसंवत्सर का आरंभ होता है, यह अत्यंत पवित्र तिथि है। 
इस पवित्र दिन को सभी सनातनी अपने जीवन में सार्थक बनाये। 

संकल्प के समय नव वर्ष नामग्रहण (नए साल का नाम रखने की प्रथा) को चैत्र अधिक मास में ही शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को मनाया जा सकता है। इस संवत्सर का नाम पिंगल है तथा वर्ष 2081 है। साथ ही यह श्री शालीवाहन शकसंवत 1946 भी है और इस शक संवत का नाम क्रोधी है।

नव संवत्सर का राजा (वर्षेश)
नए वर्ष के प्रथम दिन के स्वामी को उस वर्ष का स्वामी भी मानते हैं। 2024 में हिन्दू नव वर्ष मंगलवार से आरंभ हो रहा है, अतः नए सम्वत् का स्वामी मंगल है।

भारत का कोइ भी पर्व अंग्रेजी महीने से नहीं होता... क्योंकि प्रकृति इसका साथ नहीं देती ....... हम प्रकृति का साथ देंगे तो प्रकृति भी हमारा साथ देगी. हमारे सारे त्यौहार धार्मिक मान्यतायों पर आधारित हैं., यानी एक धार्मिक त्यौहार है लेकिन क्या हम बता सकते हैं कि एक जनवरी को किस आधार पर हम नव वर्ष मनाएं जबकि भारतीय नव वर्ष जो चैत्र में शुरू होता है उस पर गृह नक्षत्र साथ देते हैं ...
इसलिए मेरा आग्रह है कि हम अपना भारतीय नव वर्ष मनाएं

नव संवत्सर के महत्वपूर्ण दिन:-
1 :- इसी दिन से भारतीय नववर्ष प्रारंभ होता है।इसी दिवस से पितामह ब्रह्मा ने सृष्टि का सृजन किया था।
2 :- इसी दिन यानी आज से एक अरब 97 करोड़, 39 लाख, 49 हज़ार व 114 वर्ष पूर्व सूर्योदय से ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना शुरू की थी।
3 :- यह विक्रमी संवत् का प्रथम दिन है।
ऐसे राजा के नाम पर संवत् प्रारंभ होता था जिसके राज्य में न कोई चोर था न कोई अपराधी और न कोई भिखारी था।
उज्जयिनी के सम्राट विक्रमादित्य ने 2081 वर्ष पूर्व इसी दिन अपना राज्य स्थापित किया था।
4 :- लंका पर विजय हासिल करने के पश्चात् प्रभु राम का राज्याभिषेक इसी दिन अयोध्या में हुआ था।
5 :- शक्ति और भक्ति के नौ दिन अर्थात नवरात्रि स्थापना का पहला दिन यही है।
7 :- प्रभु के जन्मदिन रामनवमी से पूर्व नौ दिन उत्सव मनाने का यही प्रथम दिन है।
8 :- सिख परम्परा के द्वित्तीय गुरु श्री अंगद देव का प्रगटोत्सव इसी दिन हुआ था।
9 :- समाज को श्रेष्ठ मार्ग पर ले जाने हेतु स्वामी दयानंद सरस्वती ने इसी दिन को आर्यसमाज की स्थापना के लिए चुना था।
10 :- सिंध प्रांत के प्रसिद्ध समाज-रक्षक वरुणावतार संत झूलेलाल इसी दिन प्रकट हुए थे।
11 :- विक्रमादित्य की भाँति शालिनवाहन ने हूणों को परास्त करके दक्षिण भारत में श्रेष्ठतमरा ज्य स्थापित करने हेतु यही दिन चुना था।
12 :- 5119 वर्ष पूर्व धर्मराज युधिष्ठिर जी का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ था।
13 :- शक संवत् जो भारत सरकार का पंचांग है, आज के ही दिन से शुरू होता है।
14 :- इसी दिन आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में उगाडी तथा महाराष्ट्र में गुडी पर्व मनाया जाता है।
पड़वा, होला मोहल्ला, युगादि, विशु, वैशाखी, कश्मीरी नवरेहु, उगाडी, चेटीचंड, चित्रैय, तिरुविजा आदि कई पर्व इसी दिन मनाए जाते हैं।
15 :- महान गणितज्ञ भाष्काराचार्य ने इसी दिन से सूर्योदय से सूर्यास्त तक दिन, महीना और वर्ष की गणना करते हुए पंचांग की रचना की थी।
16 :- माँ दुर्गा की उपासना का चैत्र नवरात्रि व्रत का प्रारंभ इसी दिन से होता है।

आप सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएँ…
यह वर्ष भारतीयों के लिये ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व के लिये भी सुख, शांति एवं मंगलमय हो।

कृपया अधिक से अधिक लोगों तक यह जानकारी पहुंचाए।
पंडित कौशल पाण्डेय 
राष्ट्रीय अध्यक्ष :-श्री राम हर्षण शांति कुञ्ज,भारत

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ