सुखी वैवाहिक जीवन के उपाय:-

सुखी वैवाहिक जीवन के उपाय:-

सुखी वैवाहिक जीवन के उपाय:-


सुखद और वैवाहिक रिश्ते की डोर बहुत नाजुक होती है. सात फेरे लेते समय अगर सातों वचन पति पत्नी आजीवन निभाए तो यह डोर हमेशा मजबूत रहती है , सुख दुःख जिंदगी का एक हिस्सा है , पति-पत्नी दो जिस्म एक जान होते है जैसे सुख के समय दोनों एक दूसरे के साथ सुखी रहते है वैसे ही दुःख के समय भी दोनों एक साथ अवश्य रहे। 
ईश्वर और पूर्वजों की कृपा के साथ अच्छे संस्कार ही इस नाजुक डोर को जन्म जन्म तक एक दूसरे को बांधे रहते है, कई बार कुछ छोटी छोटी बातों से लोगों की शादीशुदा जिंदगी में परेशानियां आ ही जाती है इसलिए आज हम इस लेख के माध्यम से उन तमाम समस्याओं के समाधान के लिए सटीक और  सरल उपाय बताने जा रहे हैं. 
आशा है इन बातों का ध्यान रखने और पालन करने से आप दोनों की जिंदगी में हमेशा खुशियों की बरसात होती रहेगी लेकिन सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि आखिर इस खूबसूरत रिश्ते में परेशानियां आती क्यों हैं?

आइये जानते है कैसे करें सुखी वैवाहिक जीवन के उपाय:-
वैवाहिक जीवन में परेशानी आने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन ये रिश्ता इतना नाजुक होता है कि अक्सर कुछ बनाने की कोशिश में बहुत कुछ बिगड़ जाता है इसलिए शादीशुदा रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए कोई भी उपाय करने से पहले समस्या को बारीकी से समझ लेना चाहिए तो आइए पहले जान लेते हैं कि आखिर शादीशुदा जिंदगी में बाधाएं आती क्यों हैं...

क्यों आती हैं वैवाहिक जीवन में बाधाएं ?
सबसे पहले दोनों पति पत्नी आपस में मैं शब्द का प्रयोग अधिक न करे 
दोनों के रिश्तों में अगर दहेज़ रुपी दानव रहेगा तो दोनों ही परिवार हमेशा दुखी ही रहते है 
ज्यादा दिखावा भी दोनों परिवार के बीच दूरिया लाने का कार्य करता है। 
पति पत्नी के जीवन में नपुंशकता भी एक मुख्य कारण है 
सास ससुर और परिवाद वाद को दोनों अपने बीच में न लाये 
चाल चलन के साथ लव सेक्स और धोखा भी आज कल एक मानशिक रोग बन गया है  कई परिवार इस कारण से भी परेशान है 
लव जेहाद रुपी दानव भी कई लोगो की जिंदगी तबाह कर चूका है इससे अवश्य बचे 
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु और शुक्र पति पत्नी के जीवन में मुख्य भूमिका निभाते है साथ ही अगर कोई मांगलिक है तो मंगल देव अपनी दशा में दंगल अवश्य कराते है 
जन्म कुंडली में शुक्र या बृहस्पति के कमजोर होने से मांगलिक दोष होने से वैवाहिक जीवन में समस्याएं आती हैं
कभी-कभी जाने-अनजाने छोटी-छोटी गलतियां भी वैवाहिक जीवन में मुश्किलें पैदा कर देती हैं
दोनों के आगे बढ़ने की आशा भी अक्सर शादीशुदा जिंदगी में जहर घोलने का कार्य करती है 
पति पत्नी के बीच  में किसी तीसरे का दखल भी शादीशुदा रिश्तों में दरार पैदा कर देता है
पति पत्नी एक दूसरे के चाल चलन पर शक न करे अगर कुछ है तो दोनों साथ में बैठकर इसका हल निकाले। 
जब वर वधु उम्र भर साथ चलने की कसमें खाते हैं तब कोई नहीं सोचता कि इस खूबसूरत रिश्ते में परेशानियां भी आ सकती हैं लेकिन अगर दुर्भाग्य से आपकी शादीशुदा जिंदगी में कुछ परेशानियां आ ही गई हैं तो तनाव ना लें क्योंकि कुछ उपायों से आपकी इस समस्या का भी समाधान हो सकता है. 

व्यक्तिगत जीवन की परेशानियों का बुरा प्रभाव पारिवारिक जीवन पर भी पड़ता है। जो इन्शान अपने पारिवारिक जीवन से दुखी है वह घर परिवार सर्विस व्यापार हर जगह से दुखी होता है ,शास्त्रों में कुछ ऐसे सटीक उपाय बताए गए हैं जिसके करने से और इन बातों का पालन करने से आपके घर में पुनः शांति और खुशहाली लाती है। 

लेकिन उन उपायों को करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है...

किन बातों का रखें ध्यान-
- कोई भी उपाय गुप्त रूप से  और आस्था विश्वास के साथ करे। 
- एक साथ कई उपाय न करें क्योंकि एक समय केवल एक उपाय करना चाहिए। 
- किताबी ज्ञान से या अन्धविश्वास में आ कर कोई गलत उपाय न करे 
- एक बार उपाय शुरू करने पर कम से कम 27 दिन तक लगातार उपाय करें। 

अगर आपके विवाह के बंधन ढीले पड़ने लगे हों या जीवनसाथी के साथ आपका तालमेल दिन-ब-दिन खराब होता जा रहा हो तो ये उपाय आपके रिश्ते में नई जान डाल सकते हैं तो अगर आप एक बार फिर अपनी शादीशुदा जिंदगी को खुशहाल बनाना चाहते हैं तो जानिए ये उपाय-

सुखी वैवाहिक जीवन के उपाय-
पत्नी को पति के बाईं ओर ही सोना चाहिए,सोने के लिए हमेशा एक ही लम्बे तकिए का प्रयोग करें
अलग-अलग गद्दों और तकियों का प्रयोग न करें
सोने के कमरे का रंग या तो हल्का गुलाबी रखें या हल्का हरा
कभी भी शयन कक्ष में गाढे रंग का प्रयोग न करें  
पीले रंग या इससे मिलते-जुलते रंगों का प्रयोग सोने के कमरे में भी कभी न करें
शुक्रवार को पति-पत्नी को एक साथ फूलों की खरीदारी करनी चाहिए
इस खरीदारी में केवल गुलाब या सफ़ेद फूल खरीदें
और उन फूलों को सोने के कमरे में अपने बिस्तर के सिरहाने लगाएं
पति-पत्नी सोते समय पूर्व या दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके सोएं
पैरों की तरफ बहते हुए जल की बड़ी सी तस्वीर लगाएं
सोने के कमरे में देवी-देवताओं की प्रतिमा या चित्र लगाने से बचें
किसी भी शुक्रवार को हल्की सुगंध वाला इत्र या परफ्यूम खरीदें
पति-पत्नी उसी इत्र या परफ्यूम का प्रयोग करें
कभी भी बहुत तीखी सुगंध का प्रयोग न करें
शुक्रवार को देवी को सफ़ेद मिठाई का भोग लगाएं
इसके बाद साथ में उस मिठाई को प्रसाद की तरह ग्रहण करें
इस दिन खट्टी चीज़ों का सेवन न करें

वैवाहिक जीवन: शुभ तथा अशुभ योग  
-सप्तम भाव तथा सप्तमेश पर शुभ ग्रहों की दृष्टि जातक को खुशहाल वैवाहिक जीवन प्रदान करती है।
-यदि जन्म कुंडली में सप्तमेश लग्न या पंचम भाव में हो तो ऐसे जातक का जीवनसाथी उसे दिल से प्यार करता है।
-यदि नवमांश कुंडली में लग्न कुंडली के सप्तमेश की स्थिति अच्छी हो तथा नवमांश कुंडली का सप्तमेश नवमांश कुंडली में शुभ भाव में स्थित हो तो ऐसे व्यक्ति का वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है। असफल वैवाहिक जीवन के योग
-यदि सप्तमेश छठे, आठवें, द्वितीय या द्वादश भाव में स्थित हो तथा शादी का कारक ग्रह गुरु या शुक्र अशुभ भाव में स्थित हों तथा पाप ग्रहों से दृष्ट हों तो जातक का वैवाहिक जीवन अत्यधिक तनावपूर्ण रहता है।
-यदि सप्तमेश वक्री हो तो जातक का वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं होता।
-यदि सूर्य और शुक्र पंचम, सप्तम तथा नवम भाव में स्थित हों तो ऐसे जातक का वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं होता।
-यदि सप्तमेश द्वादश भाव में शुक्र के साथ स्थित हो तो ऐसे जातक का चरित्र संदेहजनक होता है, जिसके कारण उसका वैवाहिक जीवन सुखी नहीं होता।ƒ -यदि चंद्रमा 6,8,12 में स्थित हो, तो जातक मानसिक स्तर पर हमेशा विचलित रहता है जिसके कारण उसका वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहता।
-जन्म कुंडली में राहु की स्थिति लग्न, द्वितीय या अष्टम भाव में हो, तो ऐसा जातक जिद्दी स्वभाव का होने के कारण अपना वैवाहिक जीवन नष्ट कर डालता है।
-यदि जन्मकुंडली में चंद्रमा और सूर्य पाप ग्रहों की राशि में (सूर्य, मंगल, शनि) हो तो ऐसे जातक कलहप्रिय होते हैं जिसके कारण उनका वैवाहिक जीवन शुभ नहीं होता।

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राष्ट्रीय अध्यक्ष  -श्री राम हर्षण शांति कुंज,दिल्ली,भारत

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