गीता जयंती
सनातन धर्म में मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी का बड़ा महत्व है. द्वापर युग में इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को श्रीमद्भगवद् गीता का उपदेश दिया था.
इस दिन को गीता जयंती के नाम से जाना है.
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत ।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ॥
भावार्थ : हे भारत! जब-जब धर्म की हानि और अधर्म की वृद्धि होती है, तब-तब ही मैं अपने रूप को रचता हूँ अर्थात साकार रूप से लोगों के सम्मुख प्रकट होता हूँ॥
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् ।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ॥
भावार्थ : साधु पुरुषों का उद्धार करने के लिए, पाप कर्म करने वालों का विनाश करने के लिए और धर्म की अच्छी तरह से स्थापना करने के लिए मैं युग-युग में प्रकट हुआ करता हूँ॥
भगवद् गीता का जन्म श्री कृष्ण के मुख से कुरुक्षेत्र के मैदान में हुआ था. कलयुग के प्रारंभ होने के 30 साल पहले मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी के दिन कुरुक्षेत्र के मैदान में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया था वह श्रीमद्भगवद् गीता के नाम से प्रसिद्ध है. श्रीमद्भगवद्गीता में १८ अध्याय और 720 श्लोक हैं।18 अध्यायों में से पहले 6 अध्यायों में कर्मयोग, फिर अगले 6 अध्यायों में ज्ञानयोग और अंतिम 6 अध्यायों में भक्तियोग का उपदेश है.
जब जब धर्म की हानि होती है और अधर्म बढ़ता है तब-तब श्री कृष्ण हर युग में अपना एक नया रूप धारण करते हैं ताकि वह अधर्म को नष्ट कर और धर्म की रक्षा कर सकें.
अगर हमें भी अपने जीवन में सफलता पानी है तो हमें भगवत गीता जरूर पढ़नी चाहिए. भगवत गीता में कुछ ऐसी बातें लिखी गई है जो हमें सफलता की ओर ले जाता है.
श्रीमद्भगवद्गीता एक ऐसा ग्रन्थ है जिसमे जीवन का पूरा सार दिया हुआ है. मनुष्य के जन्म लेने से मृत्यु के बाद के चक्र को श्रीमद्भगवद्गीता में विस्तार से बताया गया है. मनुष्य के सांसारिक माया – मोह से निकलकर मोक्ष की प्राप्ति का सूत्र गीता में मौजूद है.
महाभारत के युद्ध में श्री कृष्ण ने अर्जुन के द्वारा पूरे संसार को ऐसा ज्ञान दिया जिसे अपनाकर कोई व्यक्ति इस संसार में परम सुख और शांति से अपना जीवन व्यतीत कर सकता है.
आईये जानते है गीता ग्रंथ के कुछ अनमोल रत्न
Quotes 1: हमेशा आसक्ति से ही कामना का जन्म होता है.
Quotes 2: जो व्यक्ति संदेह करता है उसे कही भी ख़ुशी नहीं मिलती.
Quotes 3: जो मन को रोक नहीं पाते उनके लिए उनका मन दुश्मन के समान है.
Quotes 4: वासना, गुस्सा और लालच नरक जाने के तीन द्वार है.
Quotes 5: इस जीवन में कुछ भी व्यर्थ नहीं होता है.
Quotes 6: मन बहुत ही चंचल होता है और इसे नियंत्रित करना कठिन है. परन्तु अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता है.
Quotes 7: सम्मानित व्यक्ति के लिए अपमान मृत्यु से भी बदतर होती है.
Quotes 8: व्यक्ति जो चाहे वह बन सकता है अगर वह उस इच्छा पर पूरे विश्वास के साथ स्मरण करे.
Quotes 9: जो वास्तविक नहीं है उससे कभी भी मत डरो.
Quotes 10: हर व्यक्ति का विश्वास उसके स्वभाव के अनुसार होता है.
Quotes 11: जो जन्म लेता है उसकी मृत्यु भी निश्चित है. इसलिए जो होना ही है उस पर शोक मत करो.
Quotes 12: जो कर्म प्राकृतिक नहीं है वह हमेशा आपको तनाव देता है.
Quotes 13: तुम मुझमे समर्पित हो जाओ मैं तुम्हे सभी पापो से मुक्त कर दूंगा.
Quotes 14: किसी भी काम को नहीं करने से अच्छा है कि कोई काम कर लिया जाए.
Quotes 15: जो मुझसे प्रेम करते है और मुझसे जुड़े हुए है. मैं उन्हें हमेशा ज्ञान देता हूँ.
Quotes 16: बुद्धिमान व्यक्ति ईश्वर के सिवा और किसी पर निर्भर नहीं रहता.
Quotes 17: सभी कर्तव्यो को पूरा करके मेरी शरण में आ जाओ.
Quotes 18: ईश्वर सभी वस्तुओ में है और उन सभी के ऊपर भी.
Quotes 19: एक ज्ञानवान व्यक्ति कभी भी कामुक सुख में आनंद नहीं लेता.
Quotes 20: जो कोई भी किसी काम में निष्क्रियता और निष्क्रियता में काम देखता है वही एक बुद्धिमान व्यक्ति है.
Quotes 21: मैं इस धरती की सुगंध हूँ. मैं आग का ताप हूँ और मैं ही सभी प्राणियों का संयम हूँ.
Quotes 22: तुम उस चीज के लिए शोक करते हो जो शोक करने के लायक नहीं है. एक बुद्धिमान व्यक्ति न ही जीवित और न ही मृत व्यक्ति के लिए शोक करता है.
Quotes 23: मुझे कोई भी कर्म जकड़ता नहीं है क्योंकि मुझे कर्म के फल की कोई चिंता नहीं है.
Quotes 24: मैंने और तुमने कई जन्म लिए है लेकिन तुम्हे याद नहीं है.
Quotes 25: वह जो मेरी सृष्टि की गतिविधियों को जानता है वह अपना शरीर त्यागने के बाद कभी भी जन्म नहीं लेता है क्योंकि वह मुझमे समा जाता है.
Quotes 26: कर्म योग एक बहुत ही बड़ा रहस्य है.
Quotes 27: जिसने काम का त्याग कर दिया हो उसे कर्म कभी नहीं बांधता.
Quotes 28: बुद्धिमान व्यक्ति को समाज की भलाई के लिए बिना किसी स्वार्थ के कार्य करना चाहिए.
Quotes 29: जब व्यक्ति अपने कार्य में आनंद प्राप्त कर लेता है तब वह पूर्ण हो जाता है.
Quotes 30: मेरे लिए कोई भी अपना – पराया नहीं है. जो मेरी पूजा करता है मैं उसके साथ रहता हूँ.
Quotes 31: जो अपने कार्य में सफलता पाना चाहते है वे भगवान की पूजा करे.
Quotes 32: बुरे कर्म करने वाले नीच व्यक्ति मुझे पाने की कोशिश नहीं करते.
Quotes 33: जो व्यक्ति जिस भी देवता की पूजा करता है मैं उसी में उसका विश्वास बढ़ाने लगता हूँ.
Quotes 34: मैं भूत, वर्तमान और भविष्य के सभी प्राणियों को जानता हूँ लेकिन कोई भी मुझे नहीं जान पाता.
Quotes 35: वह सिर्फ मन है जो किसी का मित्र तो किसी का शत्रु होता है.
Quotes 36: मैं सभी जीव – जंतुओ के ह्रदय में निवास करता हूँ.
Quotes 37: चेतन व अचेतन ऐसा कुछ भी नहीं है जो मेरे बगैर इस अस्तित्व में रह सकता हो.
Quotes 38: इसमें कोई शक नहीं है कि जो भी व्यक्ति मुझे याद करते हुए मृत्यु को प्राप्त होता है वह मेरे धाम को प्राप्त होता है.
आप सभी को श्रीमद्भागवत गीता जयंती की हार्दिक बधाई :- पंडित कौशल पाण्डेय
0 टिप्पणियाँ