नवग्रह उपाय :- पंडित कौशल पाण्डेय
प्रायः अधिकांश लोग किसी न किसी ग्रह बाधा से दुखी रहते है , आप सभी के लिए नवग्रह उपाय के बारे में जानकारी दे रहा हूँ
जमकुन्डली जी ग्रहो की महादशा के अनुसार करे उन ग्रहों का प्रतिदिन मंत्र जाप।
सत्कर्म और मंत्र जाप के द्वारा भाग्य को सुधारा जा सकता है, अतः जीवन में आ रही परेशानियों से बचने के लिए करे नवग्रह मंत्रो का जाप
जानिए ग्रहों के मंत्र व जाप विधि
1. सूर्य का जाप/उपाय
सूर्य ग्रहों के राजा है और सिंह राशि के स्वामी है।
सूर्य दोष के लक्षण:- असाध्य रोगों के कारण परेशानी, सिरदर्द, बुखार, नेत्र संबंधी कष्ट, सरकार के कर विभाग से परेशानी,नौकरी में बाधा।
भगवान् विष्णु की अराधना से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
प्रतिदिन सूर्य को (अर्घ) जल देना,
रविवार का व्रत करना तथा रविवार को केवल मीठा भोजन करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
सूर्य का रत्न 'माणिक्य' धारण करना चाहिए या तांबे की अंगूठी रविवार के दिन दाहिने हाथ की अनामिका में धारण करें।
सूर्य के मंत्र का 108 बार जप करें।
ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः
सूर्य का दान : किसी विद्वान ब्राह्मण को रविवार दोपहर के समय सूर्य के पदार्थ दान करने चाहिए।
2. चन्द्रमा का जाप/उपाय
कर्क राशि का स्वामी चन्द्रमा है ,चंद्रमा मन का कारक है,चंद्रमा के देवता भगवान शिव हैं।
चंद्रमा दोष के लक्षण:- जुखाम, पेट की बीमारियों से परेशानी, घर में असमय पशुओं की मत्यु की आशंका, अकारण शत्रुओं का बढ़ना, धन का हानि
सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाएं,16 सोमवार का व्रत करें।
चंद्र ग्रह के लिए हमेशा माँ,सास और बुजुर्ग औरतों का सम्मान करें व उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें।
मोती/मून स्टोन रत्न चांदी की अंगूठी में सोमवार को धारण कर सकते हैं।
मंत्र जप :- ऊँ सों सोमाय नमः
चंद्र का उपाय :-सोमवार या पूर्णमा के दिन करना चाहिए।
अशुभ चंद्र :कुएं, तालाब, नदी में या उसके आसपास गंदगी को न फैलाएं। सोमवार के दिन चावल व दूध का दान करते रहें।
3.मंगल का जाप/उपाय
मंगल मेष व वृश्चिक राशि का स्वामी है ,मंगल के देव श्री हनुमान जी है ,
मंगल दोष के लक्षण:- घर में चोरी होने का डर, घर-परिवार में लड़ाई-झगड़े की आशंका, भाई के साथ संबंधों में अनबन, दांपत्य जीवन में तनाव, अकाल मृत्यु की आशंका.
मंगलवार का व्रत करें, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का पाठ करें।
मंगल के लिए हनुमान जी को लाल चोला चढ़ाएं,
मंगलवार के दिन सिंदूर एवं चमेली का तेल हनुमान जी को अर्पण करें।
मंगल का रत्न :-मूंगा रत्न धारण करें या तांबे की अंगूठी बनवाकर मंगलवार को धारण कर सकते हैं।
मंगल के दान:- गुड़, तांबा, लाल चंदन, लाल फूल, फल एवं लाल वस्त्र का दान दें।
मंगल का दान : नवयुवक को दोपहर के समय करे।
ऊँ अं अंगारकाय नमः
4.बुध का जाप/उपाय
मिथुन व् कन्या राशि के स्वामी बुध को ग्रहों का युवराज माना गया है।
बुध दोष के लक्षण: स्वभाव में चिड़चिड़ापन, जुए-सट्टे के कारण धन की बड़ी हानि, दांत से जुड़े रोगों के कारण परेशानी सिर दर्द.अधिक तनाव की स्थिति.
बुध को अपने अनुकूल करने के लिए बहन, बेटी व बुआ का मान सम्मान और सेवा करे व उनका आशीर्वाद लेते रहें।
शुभ कार्य (मकान मुर्हूत) (शादी-विवाह) के समय बहन व बेटी को कुछ न कुछ अवश्य दें व उनका आशीर्वाद लें।
कभी-कभी (नपुंसक) का आशीर्वाद भी लेना चाहिए।
बुध यदि अशुभ स्थिति में हो तो हरा वस्त्र न पहनें तथा भूलकर भी तोता न पालें। अन्यथा स्वास्थ्य खराब रह सकता है।
बुध संबंधी दान में हरी मूंग, हरे फल, हरी सब्जी, हरा कपड़ा दान-दक्षिणा सहित दें व बीज मंत्र का जप करें।
बुध का दान : किसी कन्या को बुधवार शाम के समय करे।
ऊँ बुं बुधाय नमः
5. गुरु का जाप/उपाय
गुरु धनु और मीन राशि के स्वामी है,
गुरू दोष के लक्षण:- सोने की हानि, चोरी की आशंका उच्च शिक्षा की राह में बाधाएं झूठे आरोप के कारण मान-सम्मान में कमी पिता को हानि होने की आशंका.
बृहस्पति ग्रह के लिए बड़े बुजुर्गों का सम्मान और दोनों पांव छूकर आशीर्वाद लें।
पीपल के वृक्ष के पास कभी गंदगी न फैलाएं व जब भी कभी किसी मंदिर, धर्म स्थान के सामने से गुजरें तो सिर झुकाकर, हाथ जोड़कर जाएं।
जिस जातक का गुरु निर्बल, वक्री, अस्त या पापी ग्रहों के साथ हो तो वह ब्रह्माजी की पूजा करें।
केले के वृक्ष की पूजा एवं पीपल की पूजा करें।
पीली वस्तुओं (बूंदी के लडडू, पीले वस्त्र, हल्दी, चने की दाल, पीले फल) आदि का दान दें।
गुरु का रत्न :- पुखराज या सुनहला सोने की अंगूठी में धारण कर सकते हैं व बृहस्पति के मंत्र का जप करते रहें।
गुरु का दान : ब्राह्मण, ज्योतिषी को प्रातः काल के समय करे।
ऊँ बृं बृहस्पतये नमः
6. शुक्र का जाप/उपाय
शुक्र वृष व् तुला राशि के स्वामी है।
शुक्र स्त्री जातक है तथा जन समाज का प्रतिनिधित्व करता है। शुक्र असुरों का गुरु, भोग-विलास, गृहस्थ एवं सुख का स्वामी है।
शुक्र दोष के लक्षण:-बिना किसी बीमारी के अंगूठे, त्वचा संबंधी रोगों से परेशानी, राजनीति के क्षेत्र में हानि, प्रेम व दापंत्य संबंधों में अलगाव जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर तनाव.
शुक्र ग्रह यदि अच्छा नहीं है तो पत्नी व पति को आपसी सहमति से ही कार्य करना चाहिए।
जिन जातकों का शुक्र पीड़ित करता हो, उन्हें गाय को चारा, ज्वार खिलाना चाहिए एवं समाज सेवा करनी चाहिए।
रत्नों में हीरा धारण करना चाहिए या बीज मंत्र का जप करें।
शुक्र का दान : सायंकाल के समय नवयुवती को करे।
ऊँ शुं शुक्राय नमः
7. शनि का जाप/उपाय
शनि देव मकर व कुम्भ राशि के स्वामी है , श्री हनुमान जी की पूजा आराधना से शनि देव प्रसन्न रहते है।
शनि देव ग्रहों में न्यायाधीश है ,जिससे लोग शनि से भयभीत रहते हैं।
शनि दोष के लक्षण: पैतृक संपत्ति की हानि, हमेशा बीमारी से परेशानी मुकदमे के कारण परेशानी बनते हुए काम का बिगड़ जाना.
शनि पीड़ा निवृत्ति हेतु महामृत्युंजय का जप, शिव आराधना करनी चाहिए।
शनि के क्रोध से बचने के लिए काले उड़द, काले तिल, तेल एवं काले वस्त्र का दान दें।
शनि के रत्न (नीलम) को धारण कर सकते हैं।
शनि का दान : शनिवार को गरीब, अपाहिज को शाम के समय शनि की वस्तुओं का दान करे
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः
8.राहु का जाप/उपाय
राहु एक छाया ग्रह है , राहु शनि के साथ समानता रखता है
अच्छे के साथ अच्छा और बुरे के साथ बुरा बर्ताव करता है।
राहु दोष के लक्षण: मोटापेके कारण परेशानी अचानक दुर्घटना, लड़ाई-झगड़े की आशंका हर तरह के व्यापार में घाटा.
राहु के दान में कंबल, लोहा, काले फूल, नारियल, कोयला एवं खोटे सिक्के आते हैं।
नारियल को बहते जल में बहा देने से राहु शांत हो जाता है।
राहु ग्रह से पीड़ित को कौड़ियां दान करें।
रात को सिरहाने कुछ मूलियां रखकर सुबह उनका दान कर दें। कभी-कभी सफाई कर्मचारी को भी चाय के लिए पैसे देते रहें।
राहु की महादशा या अंतर्दशा में राहु के मंत्र का जप करते रहें। गोमेद रत्न धारण करें।
राहु का दान : कोढ़ी को शाम के समय देना चाहिए।
ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः।
9. केतु का जाप/उपाय
केतु एक छाया ग्रह है , अच्छे के साथ अच्छा और बुरे के साथ बुरा बर्ताव करता है।
केतु दोष के लक्षण: बुरी संगत के कारण धन का हानि जोड़ों के दर्द से परेशानी संतान का भाग्योदय न होना, स्वास्थ्य के कारण तनाव.
केतु मंगल के समनता रखता है , इसके आराध्य देव गणपति जी हैं अतः केतु ग्रह की शांति के लिए श्री गणेश जी की पूजा करनी चाहिए।
केतु के उपाय के लिए काले कुत्ते को शनिवार के दिन खाना खिलाना चाहिए।
केतु ग्रह के लिए काले-सफेद कंबल का दान करना भी फायदेमंद है।
केतु-ग्रह के लिए पत्नी के भाई (साले), बेटी के पुत्र (दोहते) व बेटी के पति (दामाद) की सेवा अवश्य करें।
केतु का रत्न लहसुनिया धारण करें।
केतु का दान : साधु को देना चाहिए।
ऊँ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सः केतवे नमः
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