नशे के आदि क्यों :- कौशल पाण्डेय +919968550003
किसी भी प्रकार का नशा छुड़ाने का उपाय
अब आप लोग इसे क्या कहेगे —?
अक्सर देखा जाता जाता है की नशीले पदार्थो पर एक वैधानिक चेतावनी लिखी होती है कि यह आप के सेहत के लिए हानिकारक है उसके बाद भी लोग इसका आज सेवन करते है और अपनी जिंदगी से हाँथ धो बैठते है
गुटखा , सिगरेट और शराब जब इन्शान का बुरा जीवन प्रारम्भ होता है तो उसे ये बहुत जल्द मिल जाती है ,और बाद में मिलती है एक भयानक मंजिल .मौत .
नशे का ज्योतिषी कारण :-
आप कि जन्म कुंडली आप से सारे राज खोल सकती है कि आप किस प्रकार का नशा करते हैं, ज्योतिष के अनुसार कुंडली का दूसरा भाव हमारा मुंह, स्वाद, भोजन आदि का है। खाने-पीने की सभी चीजें यहीं से गणना पर सौ फीसदी परिणाम देती हैं। दूसरे भाव से राहु और बुध संबंधित है तो निश्चित रूप से ऐसा जातक तंबाकू का इस्तेमाल करता है। वह चाहे गुटखा के रूप में हो, खैनी के रूप में या सिगरेट के रूप में। बुध भी तंबाकू-सिगरेट का इस्तेमाल कराता है।
अगर दूसरे भाव में राहु है तो उसका शराब से संबंध है, राहु और शुक्र भी इसका कारक है। इस भाव में पापी ग्रह हो तो भी जातक उसकी दशा में अल्कोहल का प्रयोग करता है। शनि-चंद्र, शनि-राहु के योग भी इंसान को नशेड़ी बनाते हैं।
…शराब,धूम्रपान एवं तम्बाकू सेवन आज खुशहाल जीवन का अजेय दुश्मन बन गया है, नशा हमारे धन को ही नष्ट नहीं करता, वरन स्वास्थ्य और परलोक को भी बिगाड़ता है।’’ कुल मिलाकर धूम्रपान से स्वास्थ्य, आयु, धन, चैन, चरित्र, विश्वास और आत्मबल खो जाता है और इसके विपरीत दमा, कैंसर, हृदय के रोग, विविध बिमारियों का आगमन हो जाता है। यदि हमें एक स्वस्थ एवं खुशहाल जिन्दगी हासिल करनी है तो हमें तंबाकू का प्रयोग करना हर हालत में छोड़ना ही होगा। ऐसा करना कोई मुश्किल काम नहीं है। तंबाकू का प्रयोग दृढ़ निश्चय करके ही छोड़ा जा सकता है।
नशा – जीवन में पतन का एक मुख्य कारण हैं | नशे की लत किसी भी परिवार के जीवन को बर्बाद कर देती हैं | इस बुराई से आदमी का शारीरिक, आर्थिक एवं सामजिक दृष्टि से पतन होता हैं, साथ ही साथ यह बुराई पारिवारिक कलह का दंश भी अपने साथ लेकर चलती है| आज के युग में परिवार के टूटने की एक अहम् वजह बनता जा रहा है ये नशा |
आज के युग में अनेक नशीले पदार्थों का चलन हो गया हैं, अनेकानेक लोग इसकी गिरफ्त में आ चुके हैं, और इनकी गिरफ्त इतनी मजबूत है की एक बार इनकी गिरफ्त में आने के बाद इनको छोड़ने के लिए काफी प्रयत्न की आवश्यकता होती है |
क्या आप जानते है की आज तक किसी प्रकार के नशे से किसी का भला हुआ हो ऐसा कभी नहीं हुआ होगा ,
नशे से इन्शान का किसी भी तरह भला हो ही नहीं सकता। चाहे वह शारीरिक हो या मानसिक सिर्फ नशे के सौदागर और ये निक्कमी
सरकार अपनी जेब भर रही है ।
‘नशा नास की जड़ है। आखिर ये लुटेरी सरकार को जब ये लगता है की नशा जानलेवा है तो इस पर प्रतिबन्ध क्यों नहीं लगाती है इसके उत्पात और बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगाना चाहिए लेकिन ऐसा कभी होगा नहीं , क्योंकी इससे सरकार को जेब भरने के लिए मोटा पैसा मिलता है .. खैर ये तो है ही कुर्शी और पैसे के भूखे लेकिन आप क्या है …?
अपने जीवन से सौतेला व्यवहार क्यों ? नशे का इनाम बाद में क्या मिलता है ये तो सभी जानते है थोडा दिमाक पर जोर देकर सोचिए क्यों हम यह जानलेवा जोखिम उठा रहे हैं जिसके बदले में लाइलाज बीमारी, भयावह मौत, के सिवाय हाथ कुछ नहीं आना है, मैंने कई घर उजरते हुए खुद देखे है इन सब का कारन सिर्फ और सिर्फ नशा है ..नशे से समाज में अराजकता फैलती है। कई परिवार नष्ट हो जाते हैं। थोड़े से मजे के लिए लोग इसके आदी हो जाते हैं। इसलिए नशामुक्ति के लिए जागरुकता बढ़ाना जरूरी है।
नशे से मुक्ति सम्भव है इसका सरल उपाय :-
उपाय :—
मन है विश्वास तो नशे को अपने से दूर भगाए मन के कारक चन्द्र को करे बलवान और पाये नशे से मुक्ति
1. रोजाना योग का सहारा ले , दो तीन उबले सेबों का सेवन कराने से धीरे-धीरे शराब टूटेगी व
2. रोज प्रातः ‘‘ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः’’और ॐ शं शनिश्चरायै मंत्रा का जप करें।
3. तंबाकू का नशा छुडाने के लिए आधा पाव धनिया, सौंफ और आजवाइन सुखाकर पीस लें ओर उसमें करीब एक छटांक काला नमक पीसकर मिला दे फिर मिश्रण में तीन कागजी नींबुओं का रस निचोड़कर उसे 12 घंटे तक ढककर रख दें। मंदिर में इसके बाद उस मिश्रण को तवे पर रखकर धीमी आंच पर सुखा लें और इस मिश्रण को किसी और बरतन में रख दें और उसमें गरम पानी के छींटे देकर मटर के बराबर गोली बना लें। जब तंबाकू की लत लगे तो जातक को चाहिए कि एक गोली मुंह में डालकर चूस लें। ॐ नमः शिवाय का जप करें।
४- आज हर प्रकार की सुविधा है किसी भी नशे को छुड़ाया जा सकता है इन्शान के अन्दर आत्मविश्वास पैदा कर के सभी प्रकार के नशे के छुटकारा पाया जा सकता है।
जय श्री राम
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