प्रायः आज कल कई ज्योतिषी महाशय टीवी ,न्यूज़ पेपर और कई वेब पेज पर राशियों के बारे में बताते है और लोग अपने नाम के पहले अक्षर से या महीने के हिसाब से अपनी राशि ढूँढ लेते है और लग जाते है टीवी , अखबारों और वेब साइट पर की आज मेरी राशि क्या कहती है -
अब किसी का नाम नरेंद्र मोदी रख दिया जाये तो क्या वह मोदी जी जैसा बन जायेगा जबकि नाम तो एक ही है और रशिया भी फिर कैसे दोनों में अंतर आ गया ---?
इस समय विश्व में खरबो की आबादी है ये तो बहुत दूर की बात है किसी एक शहर की ही ले लीजिये कम से काम २ करोड़ ज्यादा के लोग रहते है और राशियाँ कुल 12 है
उदाहरण के लिए एक ही नाम के जैसे अमर और लालू दोनों की मेष राशि हुई दोनों एक ही शहर में एक साथ रहते है एक बेहद गरीब और एक पैसे वाला है एक दिन लालू को जेल हो जाती है और उसी दिन अमर को लाखों का फायदा हो जाता है
जब हमारे ज्योतिषी बंधू उस दिन कहते है मेष राशि वालो को आज मित्रों से लाभ अकस्मात् धन लाभ और यात्रा का योग बनता है तो लालू को उस दिन जेल यात्रा हो गई और अमर को अकस्मात् धन लाभ हो गया जबकि दोनों की एक ही राशि है ये कैसे --?
सिर्फ कर्म के प्रभाव के कारण जो जैसा कर्म करता है उसके अनुसार उसे जीवन में भोग की प्राप्ति होती है आज नहीं तो कल ये निश्चित है।
भाइयों और बहनो नाम राशि देखने का कोई अर्थ नहीं सिवाए अपने मन को झूटी तस्सली दे देने से काम नहीं चलेगा।
क्या कोई ज्योतिषी बतायेगा की ये कैसे की जाती है आइये मै बताता हूँ की कैसे जनता को गुमराह करते है ज्योतिषी राशियों से माया जाल में -
ज्योतिष शास्त्र में 12 प्रकार की राशियाँ है जो इस प्रकार से है मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ और मीन.
जैसा की वैदिक ज्योतिष में बताया गया है :-
कई प्रकार के नाम अक्षरों के समूह को राशियों के अनुसार बांटा गया है प्रत्येक राशि का क्षेत्रफल 30 अंश का होता है. राशि को अध्ययन की सुविधा से सवा दो भागों में बांटा गया है. इस प्रत्येक भाग को नक्षत्र कहते हैं.
चंद्रमा एक राशि में करीब सवा दो दिन तक रहता है और करीब २८ दिन में सभी १२ राशियों के चक्कर लगाता है यह क्रम इसी प्रकार से चलता रहता है |
अब संसार की बात तो छोड़ दीजिये एक ही शहर में एक समय में हजारों बच्चे जन्म लेते है और उन सब की राशि एक ही होती है यहाँ तक की सवा दो दिन चन्द्रमा एक राशि में रहा तो क्या उन सवा दो दिनों में जन्म लेने वाले सब एक जैसे तो हो नहीं सकते,
फिर हमारे ज्योतिषी बंधू कैसे सब को १२ राशियों में नाप देते है क्या ये सभी राशि वालो पर लागु होगा जरा खुद सोचिये समझिए और लोगों को भी समझाइये
जन्म पत्रिका में राशि चन्द्रमा के आधार पर बताया जाता है. जन्म के समय चन्द्रमा जिसे राशि में होगा वही आप की जन्म राशि होती है
चन्द्र और सूर्य राशि - जन्म के समय चन्द्र या सूर्य जिस राशि में होते है उसको क्रमश चन्द्र राशि या सूर्य राशि कहा जाता है |
ज्योतिष शास्त्र में जैसे महर्षि पाराशर तथा वाराह मिहिर ने कहा है कि-
“गणितेषु प्रवीणों यः शब्दशास्त्रे कृतश्रमः. न्यायविदबुद्धिदेशज्ञ दिक्कालज्ञो जितेन्द्रियः.
ऊहापोहपटुर्होरास्कंधश्रवणसम्मतः. मैत्रेय सत्यताम याति तस्य वाक्यं न संशयः.
(बृहत् पाराशर होराशास्त्र )
(राशिफल बड़े भूखंडो, देश या राज्यों के सम्बन्ध में भूकंप बाढ़, उल्कापात, युद्ध, महामारी एवं सूर्य तथा चन्द्र ग्रहण बड़ी आबादी अथवा किसी वर्ग समुदाय के सम्बन्ध में प्रामाणिक एवं सच होता है न की आम लोगों पर )
इसलिए सभी ज्योतिषी बन्धुवों से निवेदन है की वे ज्योतिष की गरिमा को बनाये रखे और सदा राशिफल अपने देश ,काल और समय के हिसाब से करे इसके साथ न्यूज़ वालो से भी निवेदन है की ज्योतिष के गरिमा के साथ भारतीय संस्कृति आगे बढ़ाने में साथ दे - धन्यवाद
कर्मो के अनुसार अच्छे - बुरे फल मिलते है इन उपायों को करने से जीवन में खुशहाली आती है .. कौन नहीं चाहता की उसके जीवन में खुशहाली रहे और सुख-शांति बनी रहे पर हर व्यक्ति के साथ ऐसा नहीं होता। जीवन में सुख और शांति का बना रहना काफी मुश्किल होता है।
जीवन में अगर सुख है तो दुःख भी जरुर आएगा फिर भी उपरोक्त उपाय करने से आप जीवन को खुशहाल बना सकते हैं जैसे :-
१- नियमित रूप से गाय, कुत्ता और कौवा के निमित्त रोटी या चारा डाले ।
2- ताम्बे के पात्र में गंगा जल लेकर उसमें कुंकुम डालकर सूर्य को (अर्घ )जल दे ।
३- एक स्टील के पात्र में गंगा जल और काला तिल मिलाकर पीपल के जड़ में पर नियमित रूप से चढ़ाएं।
4- माँ -बाप , गुरु और बडो का सम्मान करे उनका रोज आशीर्वाद ले
५- मछलियों की आटे की गोली बनाकर खिलाएं।
6- पार्क में या किसी पेड़ की निचे चींटियों को भुना हुआ आटा शकर का बूरा मिलाकर खिलाएं।
7- रोज अपने माथे पर तिलक लगाये (गंगा जल, रोली ,केशर ,हल्दी को मिलाकर तिलक बनाये )
८- घर में तुलसी के पौधे को प्रतिदिन जल चढ़ाएं तथा घी का दीपक जलाये ।
९- शुद्ध और सात्विक भोजन ग्रहण करे क्योंकी जैसा अन्ना खाएंगे वैसा उसका फल मिलेगा
10 -कभी किसी का हक़ न ले और किसी गरीब को न सताए
११-जहाँ तक हो सके सत्य और सदाचार का पालन करे
इन उपायों को पूर्ण श्रद्धा के साथ लगातार करने से जीवन में खुशहाली आने लगती है।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे :-
पंडित कौशल पाण्डेय (ज्योतिष वास्तु और तंत्र विशेषज्ञ )
मोबाइल +919968550003
0 टिप्पणियाँ