दिशा शूल और उसका निवारण -पंडित कौशल पाण्डेय +919968550003

दिशा शूल और उसका निवारण -


 कई बार हम कही घर से बहार जाते है और हमें बिना कारन ही परेशानी होती है , वो दिशा शूल होता है , आप अपनी यात्रा को सुखद पूर्वक और मंगलमय बनाने के लिए ये उपाय करे -
सोमवार और शनिवार को पूर्व (East) दिशा 
रविवार और शुक्रवार को पश्चिम (West) दिशा
मंगल वार और बुधवार को उत्तर (North( दिशा
गुरु वार को दक्षिण (South) दिशा
सोमवार और गुरूवार को (अग्ने ) south east
रविवार और शुक्रवार को (नेतरअगये ) south west
मंगलवार को (वायवे ) north west
बुध और शनि को (ईशान ) north east
दिशा शूल होता है| अर्थात इस दिन इन दिशायो की और यात्रा नहीं करनी चाहिए|बुध को उत्तर दिशा का स्वामी होते हुए भी बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा निषिद है|

विशेष:-यदि एक जगह से रवाना हो कर उसी दिन गंतव्य स्थान पर पहुंचं जाना तय हो तो ऐसी यात्रा में तिथि- वार नक्षत्र,दिशा-शूल,प्रतिशुक,योगनी आदि का विचार नहीं होता है |

आपातकालीन यात्रा :-यदि फिर भी किसी कारन वश आपातकालीन यात्रा करनी पर ही जाये और दिशा शूल भी तो निचे लिखे उपाए कर के यात्रा कर सकते है|

रविवार = दलिया और घी खा करे जाये .
सोमवार = दर्पण देख कर जाये .
मंगलवार = गुड खा कर जाये .
बुधवार = धनिया या तिल खा कर जाये .
वीरवार = दही खा कर जाये .
शुक्रवार = जों खा कर जाये .
शनिवार = अदरक या उड़द खा कर जाये .
दिशा शूल के परकोप से बचा जा सकता है| और आप अपनी यात्रा को सुखद पूर्वक और मंगलमय बना सकते है|

पंडित कौशल पाण्डेय 
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